Ravindra Jain
फिल्मफेयर अवार्ड की वो संध्या कैसे भूल सकता हूँ
तस्वीर कर कुछ पंक्तियाँ याद आ गयी
जो व्यतीत हो गया। वो अतीत हो गया ।
जिसका हमको ज्ञान हैं। वो वर्तमान हैं।
और जो अदृश्य हैं। बस वही भविष्य हैं।
फिल्मफेयर अवार्ड की वो संध्या कैसे भूल सकता हूँ
तस्वीर कर कुछ पंक्तियाँ याद आ गयी
जो व्यतीत हो गया। वो अतीत हो गया ।
जिसका हमको ज्ञान हैं। वो वर्तमान हैं।
और जो अदृश्य हैं। बस वही भविष्य हैं।
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