Friday 30 May 2014

Ravindra Jain at Filmfare Awards

Ravindra Jain

फिल्मफेयर अवार्ड की वो संध्या कैसे भूल सकता हूँ

तस्वीर कर कुछ पंक्तियाँ याद आ गयी

जो व्यतीत हो गया। वो अतीत हो गया ।
जिसका हमको ज्ञान हैं। वो वर्तमान हैं।
और जो अदृश्य हैं। बस वही भविष्य हैं।


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