Tuesday 3 June 2014

Ravindra Jain's tribute to Gopinath Munde

Ravindra Jain

मानवश्रेष्ठ व्यवस्तिथ नेता ,जन जन विख्यात ,
उनका जीवन सूर्य डुबो गया ,चढ़ता हुआ प्रभात

चलते चलते साथ छूट गया सहस जिनका साथ ,
परम धाम में परम शांति से रहे वे गोपीनाथ। …

मुन्डेजी के शोक संतप्त परिवार के साथ हमारी हार्दिक संवेदनाएं हैं।

रविन्द्र जैन
(सपरिवार )

No comments:

Post a Comment