Monday 14 July 2014

Ravindra Jain With his Guru

Ravindra Jain
परम प्रणम्य आचार्य गिरिराज किशोर जी।
गिरिराज अर्थात हिमालय की तरह अटल।
किशोर अर्थात किसी भी किशोर से अधिक कार्य क्षमता।
आचरण से आचार्य ।
राष्ट्र पर पूर्ण रूपेण समर्पित ।
मैं उनका व्यक्तिगत कृपा पात्र रहा हूँ।ऐसे व्यक्तित्व का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।उन्हें मेरी भावभीनी श्रद्धाञ्जली।।

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