Ravindra Jain
कल गूरु पूर्णिमा है।जिन लोगों का मन गूरु शिष्य परम्परा से संगीत सीखने का हो उनके लिए मै प्रत्येक गुरुवार को उपलब्ध हूँ।
सायंकाल सात बजे से साढ़े आठ नौ बजे तक जो कुछ मेरे पास है उन सब के साथ बाँटना चाहता हूँ।
रहाँ संगीत और साहित्य दोनों का ही प्रशिक्षण होगा।कल आकर अपना नाम दर्ज कराएं अच्छी आवाज़ सीखने का मानस लेकर आएं।
हम महीने मे चार बार मिलेंगे।शेष जानकारी कार्यालय से ले सकते हैं।सम्पर्क-022 26005390.
Follow me on Twitter: https://twitter.com/ravindrajain99
Take Care _/\_
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सायंकाल सात बजे से साढ़े आठ नौ बजे तक जो कुछ मेरे पास है उन सब के साथ बाँटना चाहता हूँ।
रहाँ संगीत और साहित्य दोनों का ही प्रशिक्षण होगा।कल आकर अपना नाम दर्ज कराएं अच्छी आवाज़ सीखने का मानस लेकर आएं।
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