Thursday 21 August 2014

Ravindra Jain's thoughts!

Ravindra Jain

दोस्तो ! मैंने वर्षों के अनुभव से ये निष्कर्ष निकाला है कि प्रेम की पराकाष्ठा पागलपन को जन्म देती है।यदि आप भी उन्माद की उसी स्थिति मे हैं तो हम दोनों एकदूसरे से बधाई लेने देने के अधिकारी हैं।
Love is Blind Followed by Madness...


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