Ravindra Jain
यूँ तो हर दिन है दोस्ती के लिए
आज के दिन का ख़ास है ये पयाम
दोस्ती से नही बड़ी सौगात
ज़िन्दगी लिख दो दोस्तों के नाम।
दोस्ती में न कोई शर्त न मांग
बोझ है कोई और न बंदिश है
एक हसरत है मिलते रहने की
नेक रिश्ता है नेक ख्वाहिश है
दोस्तों से न कुछ गिला कीजै
हर सितम भूल कर मिला कीजै।।
यूँ तो हर दिन है दोस्ती के लिए
आज के दिन का ख़ास है ये पयाम
दोस्ती से नही बड़ी सौगात
ज़िन्दगी लिख दो दोस्तों के नाम।
दोस्ती में न कोई शर्त न मांग
बोझ है कोई और न बंदिश है
एक हसरत है मिलते रहने की
नेक रिश्ता है नेक ख्वाहिश है
दोस्तों से न कुछ गिला कीजै
हर सितम भूल कर मिला कीजै।।
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